हाल ही में NFT टेक्नोलॉजी के बारे में तेजी से चर्चा हो रही है। आप ने भी NFT ब्लॉकचेन (Non-Fungible Tokens) का नाम जरुर सुना होगा। काफ़ी सारे लोग डिजिटल कला , पेंटिंग बेच रहे है और NFT का प्रयोग करके बेच रहे है। ऐसे में आप के लिए NFT टेक्नोलॉजी के बारें में जानना जरुरी हो जाता है। जिससे की आप को कोई स्किल हो इसका फायदा उठा सकें।
NFT क्या है? (What is NFT)
NFT क्या है ये समझने से पहले, आपको फंजिबिलिटी फंगसबिलिटी को समझना होगा। फंजिबिलिटी या फंजिबल आइटम ऐसी परिसंपत्तियां हैं जिन्हें एक निश्चित मूल्य बिंदु निर्धारित मूल्य पर इंटरचेंज किया जा सकता है।
NFT क्या है इसे हम आसान भाषा में समझे तो NFT का मतलब नॉन-फंजिबल टोकन है। यह एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन (Cryptographic Tokens) हैं जो एक ब्लॉक चेन पर आधारित यूनिक चीज को दर्शाता है और उन्हें दोहराया नहीं जा सकता है।
किसी व्यक्ति के पास NFT का होना इसे दर्शाता है कि उसके पास कोई यूनिक या एंटीक डिजिटल आर्ट वर्क है जो दुनिया में और किसी के भी पास नहीं है। NFT यूनिक टोकन्स होते हैं या यूं कहा जाए कि ये डिजिटल असेट्स होते हैं जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। उदाहरण के तौर पर- अगर दो लोगों के पास बिटकॉइन हैं तो वो उन्हें एक्सचेंज कर सकते हैं। ये एक जैसे ही हैं इसलिए इनकी कीमत एक जैसी होगी।
NFT को विनिमय यानि एक्सचेंज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि ये यूनिक आर्ट पीस होते हैं और इसका हर टोकन भी अपने आप में यूनिक होता है। बिटकॉइन एक डिजिटल असेट है। जबकि NFT एक यूनिक डिजिटल असेट है। इसके हर टोकन की वैल्यू भी यूनिक होती है।
NFT को आसान भाषा में समझे तो अगर किसी डिजिटल आर्ट वर्क को तकनीक की दुनिया में स्थापित किया जाए तो उसे NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन कहा जाएगा। ब्लॉकचेन में जब आप किसी को बिटकॉइन भेजते हैं तो लेजर में एंट्री की जाती है। वहीं, NFT के लिए भी इसमें एंट्री की जाती है लेकिन इसमें फाइल का एड्रेस भी दिया जाता है जो NFT के स्वामित्व को स्थापित करता है।
इसके खास बात यह है कि टोकननजिंग (Tokenizin) ये रियल वर्ड दुनिया की मूर्त संपत्ति (real-world tangible assets) धोखाधड़ी की संभावना को कम करते हुए उन्हें खरीदने, बेचने और अधिक कुशलता से व्यापार करने की अनुमति देती है। NFT का उपयोग लोगों की पहचान, संपत्ति के अधिकार और बहुत कुछ का प्रतिनिधित्व करने के लिए भी किया जा सकता है। प्रत्येक एनएफटी के अलग-अलग निर्माण में कई उपयोग के मामलों की क्षमता है।
उदाहरण के तौर समझे तो, वे अचल संपत्ति और कलाकृति जैसी भौतिक संपत्ति (physical assets) का डिजिटलl रूप से प्रतिनिधित्व करने के लिए एक आदर्श माध्यम हैं। क्योंकि वे ब्लॉकचैन पर आधारित हैं, NFT का उपयोग बिचौलियों को हटाने और दर्शकों के साथ कलाकारों को जोड़ने या पहचान स्थापित करने के लिए भी किया जा सकता है। NFT बिचौलियों को दूर कर सकते हैं, लेन देन को सरल कर सकते हैं और नए बाजार बना सकते हैं।
NFT की शुरुआत कब हुई (When was NFT started)
NFT की शुरुआत दुनिया हाल ही के दिनों में हुई है। जोकि पिछले दिनों NFT टेक्नोलॉजी के बारे पिछले दिनों चर्चा खूब रही है। जिसमें पहला है सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर Twitter CEO जैक डोर्सी का पहला ट्वीट हाल ही में 21 करोड़ रुपये से ज्यादा में बिका।
वही इसी तरह का एक आर्टवर्क “Everydays: the First 5000 Days.” को NFT के रूप में बेचा गया था और इसकी बिक्री 69.3 मिलियन डॉलर यानी करीब 500 करोड़ रुपए में हुई थी।
NFT कैसे काम करता है? (How Does NFT Work)
नॉन-फंजिबल टोकन का इस्तेमाल डिजिटल असेट्स या सामानों के लिए किया जा सकता है जो एक दूसरे से अलग होते हैं। इसमें कोई-सी भी चीज हो सकती है, एक गाना भी हो सकता है, किसी ने MS-Paint में कुछ पेंटिंग फोटोग्राफ़ बनाई या कोई भी वीडियो, डॉक्युमेंट, आदि बनाया उसको आप ब्लॉकचैन में अपलोड करके टोकन ले सकते है।
इससे उनकी कीमत और यूनिकनेस साबित होती है। ये वर्चुअल गेम्स से आर्टवर्क तक हर चीज के लिए स्वीकृति प्रदान कर सकते हैं। ब्लॉकचैन में आप गेमिंग, कोई भी आर्ट, म्यूजिक, डॉक्यूमेंट आदि तो रजिस्टर कर सकते है जैसे है आप किसी भी फ़ाइल को अपलोड करते है आपका एक यूनिक टोकन आईडी जेनरेट कर दिया जाता है उस आईडी की सहायता से कोई भी व्यक्ति यह सत्यापित कर सकता है कि इस आर्ट को बनाने वाला या इसका ऑनर को है।
वही NFT को स्टैंडर्ड और ट्रेडिशनल एक्सचेंजेज में ट्रेड नहीं किया जा सकता है। इन्हें डिजिटल मार्केटप्लेस में खरीदा या बेचा जा सकता है। भारत में NFT का कॉन्सेप्ट एकदम नया है। यहां पर इसे ट्रेंड पकड़ने में कुछ समय लग सकता है। NFT को भारत में लॉन्च करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज में Dazzle बजीरएक्स जैसे वेबसाइटें है।
NFT कैसे बनाया जा सकता है। (How NFTs can be created)
यदि आपका डिजिटल आर्ट फॉर्म पर अच्छी प्रैक्टिस है। इसे बनाने के लिए, आपको एक आर्टिंस्ट बनना होगा। यहां नहीं आप को इसके साथ ही डिजिटल दुनिया के बारे में भी कुछ जानकारी लेनी होगी। आप अपने NFT को एक मंच पर रख सकते हैं जहां इसकी प्रशंसा आती हो दुनिया अच्छे प्लेटफार्म में से हो। इस तरह के कुछ प्लेटफॉर्म रेरिबल, ओपेन सी, फाउंडेशन और सोरारे हैं।
NFT कहा यूज़ किया जाता है (Where is NFT used)
मानलीजिए आपने एक फोटोग्रफ़ बनाई या कोई भी वीडियो, डॉक्युमेंट, आदि बनाया उसको आप ब्लॉकचैन में अपलोड करके टोकन ले सकते है। ब्लॉकचैन में आप गेमिंग, कोई भी आर्ट, म्यूजिक, डॉक्यूमेंट आदि तो रजिस्टर कर सकते है जैसे है आप किसी भी फ़ाइल को अपलोड करते है आपका एक यूनिक टोकन आईडी जेनरेट कर दिया जाता है उस id की सहायता से कोई भी व्यक्ति यह सत्यापित कर सकता है कि इस आर्ट को बनाने वाला या इसका मालिक को है।
NFT Ethereume ERC-721 में यूज़ किया जाता है ERC एक स्टैंडर्ड है ERC-1155 इसका प्रारंभिक स्टैंडर्ड है इसके तहत किसी भी डिजिटल आर्ट को ऑनलाइन टोकन के लिये वेरीफाई किया जा सकता है।
NON fungible token के लिये रजिस्टर कैसे करे
सबसे पहले आपको एक डिजिटल आर्ट या कोई भी डिजिटल प्रोडक्ट जोकि आप बना सकते है वो आप बनाले या जैसे कि आपने कोई फ़ोटो बनाया और उसे बेहतर तरीके से एडिट किया हो, तब आप ब्लॉकचैन के सम्बंधित किसी भी वेबसाइट जैसे opensea.io को विजिट करे, इस वेबसाइट पर आपको एक एकाउंट बनाना होगा जोकि बिल्कुल फ्री है।
जैसे है आप अपने एकाउंट को वेरिफाई करते है उसके बाद आप किसी भी डिजिटल आर्ट को खरीद या बेच सकते है। यह आपको एक प्रोजेक्ट का ऑप्शन दिया जाता है।
उसमें आप अपने द्वारा बनाई गई किसी भी डिजिटल आर्ट को अपलोड करें, जैसे ही आप उस आर्ट को अपलोड करते है। आप को opensea की तरफ से एक टोकन id दिया जाता है, जोकि उस आर्ट की ओनरशिप को दर्शाता है। जैसे ही आपकी आर्ट लाइव होगी उसे कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है, बदले में आपको उसको निश्चित मूल्य दिया जाएगा, फिर यही उस व्यक्ति द्वारा भी आपकी आर्ट को किसी अन्य व्यक्ति को बेची जाती है। तो आपको बदले में कुछ परसेंट हिस्सा दिया जाता है और उस आर्ट की ओनरशिप आपके पास ही होती है, आप सोच रहे है ऐसा कोई क्यों करेगा।
कल्पना कीजिये आप किसी भी एरिया में हो वह आपको कोई ज़मीन खरीदना है, जब आप उसे खरीदते है तब आपको उसके डॉक्यूमेंट यानी जरूरी कागजात दिए जाते है जोकि पुष्टि सकते है कि वर्तमान में उस जमीन के मालिक आप है, ठीक वैसे ही डिजिट वर्ल्ड में आपकी किसी भी फ़ाइल को कोई भी यूज़ कर लेता है हालांकि इसके लिये बहुत से प्रवधान बनाये गए है जिसे आपकी डिजिटल फाइल्स की सुरक्षा हो, पर आपको बिना पता चले यही कोई यूज़ करता है। तब आपको क्रेडिट मिलना मुश्किल है। तो इसी लिये डिजिटल टोकन सिस्टम की सुरुवात की गई। ताकि आपकी उस डिजिटल आर्ट की पहचान की जा सकते।
NFT से जुड़ी अन्य जानकारी
Non fungible token एक डिजिटल आर्ट को सुरक्षित रखने की प्रणाली है। जिसमे इसे ब्लॉकचैन में कोई भी वेरिफिकेशन कर सकता है। इसमे बाकी वेब की तरह आपका डेटा कोई यूज़ नही कर सकता बिना आपकी परमिशन के, आगे आने वाले कुछ सालों बाद non fungible token का चलन काफी बढ़ने वाला है और इसका उसे हर कोई करना चाहेगा क्योकि हर कोई अपनी ओर अपनी चीज़ों से जुड़ी सुरक्षा देखता है। और यह डिजिटल फाइल्स के लिये सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म है।
- NFT सुरक्षित है- NFT ब्लॉकचैन के माध्यम से सुरक्षित है।
- NFT फ्री है- NFT पर खाता बनाना बिल्कुल फ्री है।
- NFT का पूरा नाम- Non fungible token
NFT का क्या महत्व है (What is the importance of NFT)
एनएफटी का उपयोग डिजिटल मार्केटप्लेस में फिजिकल एसेट खरीदने और बेचने के लिए किया जा सकता है क्योंकि वे रियल दुनिया की एसेट का डिजिटल संग्रह हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह दुर्लभ और मूल्यवान वस्तु खरीद और बिक्री में एनएफटी क्रांति शुरू करने की शक्ति रखता है।
NFT के क्या लाभ हैं (What are the benefit NFT)
एनएफटी द्वारा डिजिटल इंटरैक्शन को बदल दिया गया है। आइए इस क्रिप्टोकरेंसी के कुछ फायदों के बारे में बात करते हैं।
- Easily Transferable: एनएफटी यूनिक मार्केट में खरीदे और बेचे जाते हैं। एनएफटी का उपयोग उनकी यूनीकनेस पर आधारित है।
- Trustworthy: ब्लॉकचैन टेक्नॉलॉजी में नॉन-फंजीबल टोकन का उपयोग किया जाता है। एक व्यक्ति को किसी फ़ाइल को बेचने, व्यापार करने या स्थानांतरित करने की अनुमति देते हैं, यहां तक कि अन्य यजर्स द्वारा भी इसकी नकल की संभावना नहीं है।
- Maintain Ownership Rights:: यह एनएफटी के आकार के साझा प्लेटफॉर्म के नेटवर्क को संदर्भित करता है, जहां कोई खरीदार बाद में डेटा को बदल नहीं सकता है। जिससे ऑनर के राइटस सुरक्षित रहते है।